Breaking News

मेघालय में गायब इंदौर कपल केस में बड़ा खुलासा: पत्नी सोनम ने ही करवाई पति राजा की हत्या, यूपी में किया सरेंडर

इंदौर। मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या उनकी पत्नी ने ही कराई थी। पत्नी सोनम रघुवंशी ने यूपी के गाजीपुर में सरेंडर किया है। वारदात में शामिल तीन हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

सोनम ने अपने परिजनों से फोन पर बात की, उसके पिता ने इसकी पुष्टि की है। सोनम के सरेंडर करने के बाद अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ताकि राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी अब सुलझ सके।

इंदौर के लापता दंपत्ति के मामले में मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा ने ट्वीट किया, राजा हत्याकांड में 7 दिनों के भीतर मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के 3 हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है, एक महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है और एक अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अभी भी जारी है।

राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। वे 20 मई को हनीमून के लिए रवाना हुए थे। दंपती इंदौर से बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे, जहां मां कामाख्या के दर्शन करने के बाद 23 मई को मेघालय के शिलॉन्ग रवाना हुए। शुरुआत में परिवार की दोनों से बात होती रही, फिर संपर्क टूट गया।

राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी को पहले लगा कि नेटवर्क का इश्यू होगा, लेकिन 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। कई प्रयासों के बाद जब कोई संपर्क नहीं हो सका तो सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन इमरजेंसी फ्लाइट से शिलॉन्ग पहुंचे। इसके बाद वे सर्चिंग टीम के साथ जुड़े।

शिलॉन्ग के एक गाइड ने दावा किया था कि जिस दिन राजा और सोनम लापता हुए, उस दिन उनके साथ तीन अन्य युवक भी थे। मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने पुलिस को बताया था कि राजा और सोनम को तीन पर्यटकों के साथ 23 मई सुबह 10 बजे नोंग्रियात से मावलाखियात के बीच देखा गया।

अल्बर्ट ने कहा कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। उन्होंने दूसरे गाइड वानसाई को की सेवाएं ली थीं।

उन्होंने बताया कि चारों आगे चल रहे थे, जबकि सोनम पीछे थी। वे चारों हिंदी में बात कर रहे थे। लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होम स्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button